जयपुर (विनोद मित्तल). प्रदेश में बेरोजगार नई भर्तियां शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं, जबकि पिछले डेढ़ साल से 43400 पदों पर भर्तियां अटकी हुई हैं। इनके अलावा 6 साल पहले वर्ष 2013 में हुई एलडीसी भर्ती के खाली पड़े 10029 पद भी खाली हैं। दोनों संख्या जोड़ी जाएं तो प्रदेश में कुल 53429 पदों पर अभी नियुक्तियां बाकी हैं।
बेरोजगार कई बार सरकार से इन लंबित भर्तियों को पूरा करने की मांग कर चुके हैं, लेकिन सरकार भर्तियों को लेकर सरकार धीमी गति से आगे बढ़ रही है। इन भर्तियों में राजस्थान लोकसेवा आयोग और कर्मचारी चयन बोर्ड दोनों की भर्तियां शामिल हैं।
सरकार ने ईडब्ल्यूएस और एमबीसी आरक्षण के चलते कई भर्तियों की परीक्षाएं स्थगित की थी। इन कैटेगरी की सीटें बढ़ाकर कुछ भर्तियों में फिर से आवेदन लिए जाने थे। लेकिन व्याख्याता भर्ती के अलावा अन्य भर्तियों में तो अभी फिर से आवेदन की प्रक्रिया ही शुरू नहीं हुई।
इससे भर्तियां कब होगी। अभी कुछ पता नहीं है। कर्मचारी चयन बोर्ड ने एक साथ चार भर्तियों का परिणाम जारी कर पिछले दिनों वाहवाही लूटी थी, लेकिन इनमें दस्तावेज जांच के बाद अंतिम परिणाम जारी नहीं किया। इस कारण नियुक्ति अटकी हैं।
बेरोजगारों की आस पर इस तरह फिरा हुआ है पानी